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रेलवे ने किया पार्सल प्रबंधन प्रणाली में पूर्ण बदलाव

रेल मंत्रालय

पार्सल प्रबंधन प्रणाली के कम्प्यूटरीकरण को 84 स्थानों से चरण-II में अतिरिक्त 143 स्थानों और चरण-III में 523 स्थानों तक बढ़ाया जा रहा है

आम जनता और कारोबार को समान रूप से लाभ पहुंचाने की पहल

पीएमएस में पार्सल स्थान के लिए 120 दिन की अग्रिम बुकिंग की व्यवस्था जोड़ी गई है

पार्सल की ट्रैकिंग के लिए अब प्रत्येक खेप पर बारकोडिंग की व्यवस्था

हाथ में लेने योग्य मोबाइल डिवाइस से बारकोड की स्कैनिंग के जरिए जीपीआरएस नेटवर्क ट्रांसमिशन के माध्यम से पैकेज की स्थिति का अपडेशन

2020-21 में पार्सल ट्रैफिक : टन भारिता (जनवरी तक) – 2,098 हजार टन;  कोरोना वर्ष होने के बावजूद राजस्व 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा होने की संभावना

प्रविष्टि तिथि: 14 MAR           by PIB Delhi

भारतीय रेलवे की पार्सल सेवाएं छोटी खेपों को स्टेशनों के विशाल नेटवर्क पर पहुंचाने के लिए तैयार हैं। छोटे व्यवसाय और व्यापारी (विशेष रूप से छोटे शहरों और कस्बों में) बड़े शहरों और उत्पादन केंद्रों से अपने माल इत्यादि को तेज, विश्वसनीय और सस्ते तरीके से अपने कारोबारी स्थान तक ढुलाई के लिए इन सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं। आम आदमी घरेलू सामान, फर्नीचर, दोपहिया वाहनों इत्यादि की ढुलाई के लिए भी इन सेवाओं का उपयोग करते हैं, जिसके लिए पार्सल सेवाएं ढुलाई का एकमात्र सुविधाजनक साधन हैं।

पार्सल के लिए शुल्क का निर्धारण सिर्फ वजन और मात्रा के आधार पर होता है, न कि वस्तु के प्रकार के आधार पर।

पार्सल प्रबंधन प्रणाली का आधुनिकीकरण :

पार्सल प्रबंधन प्रणाली के कम्प्यूटरीकरण को 84 स्थानों से चरण-II में अतिरिक्त 143 स्थानों और चरण-III में 523 स्थानों तक बढ़ाया जा रहा है। यह पार्सल प्रणाली में निम्नलिखित विशेषताओं को जोड़ेगा:

• www.parcel.indianrail.gov.in पर पार्सल प्रबंधन प्रणाली की सार्वजनिक वेबसाइट के लिए उन्नत उपयोगकर्ता अनुकूल इंटरफेस।

• पीएमएस में पार्सल जगह के लिए 120 दिनों की अग्रिम बुकिंग की सुविधा जोड़ी जा रही है।

• पीएमएस वेबसाइट पर ऑनलाइन ई-फॉरवर्डिंग नोट मॉड्यूल पर पार्सल के लिए खाली जगह की उपलब्धता दिखाना

• पंजीकृत ग्राहकों को अनुमानित किराए के साथ ऑनलाइन फॉरवर्डिंग नोट बनाने की सुविधा देना।

• कंप्यूटरीकृत काउंटर और खेप के वजन को ऑटोमेटिक रूप से दर्ज करने वाली इलेक्ट्रॉनिक कांटे के माध्यम से पार्सल कार्यालय में पार्सल/सामान की बुकिंग

• हाथ में लेने योग्य मोबाइल डिवाइस से बारकोड की स्कैनिंग के माध्यम से जीपीआरएस नेटवर्क ट्रांसमिशन के जरिए स्थिति के अपडेशन के लिए प्रत्येक खेप पर बारकोडिंग

• पार्सल बुकिंग से लेकर चढ़ाने, उतारने और पहुंचाने तक प्रत्येक चरण में ग्राहकों (प्रेषक और प्राप्त कर्ता) को बुकिंग के समय दिए गए पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस

• पार्सल वेबसाइट www.parcel.indianrail.gov.in के माध्यम से पैकेज की ट्रैकिंग o एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों के लिए मोबाइल एप्लिकेशन o पार्सल ट्रैफिक से निपटने के लिए गैर-पीएमएस स्टेशनों से लोडिंग/अनलोडिंग और राजस्व आंकड़ों को भेजने की सुविधा के लिए एंड्रॉइड आधारित नया एप्लिकेशन।

• पंजीकृत समाचार पत्रों और पत्रिकाओं के लिए माल सूची की ऑनलाइन तैयारी के लिए एफएसएलए (फ्रेट सिस्टम लेजर अकाउंटिंग) मॉड्यूल।

• ऑनलाइन माल सूची की तैयारी और पट्टा धारकों के रजिस्ट्रेशन के लिए दीर्घकालिक/अल्पकालिक पार्सल पट्टा धारकों के लिए लीज मॉड्यूल

• बुकिंग के समय जीएसटीएन पोर्टल के जरिए प्रेषक के ऑनलाइन जीएसटीएन का सत्यापन।

रेलवे बोर्ड के निर्देशों के अनुसार, पार्सल प्रबंधन प्रणाली के भविष्य में आधुनिकीकरण/सुधार के लिए, मेसर्स क्यूसीआई को प्रणाली के अध्ययन और ग्राहक की प्रतिक्रिया (फीडबैक) और इस क्षेत्र में नए रुझानों के आधार पर आगे अन्य सुझावों को देने के लिए जोड़ा गया है।

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